नमस्कार दोस्तों nagpur honted house यह कहानी है ऋषिता नाम की एक 21 साल की लड़की की जिसने एक ऐसी गलती कर दी जिसका खामियाजा आज लगभग 20 साल होते आ गए हैं लेकिन उसका परिवार आज भी भुगतता आ रहा है इसलिए इस सच्ची घटना की कहानी मे बिना देरी किए चलते है सन 2005 में और शुरुआत करते हैं इस खौफनाक घटना की |
ऋषिता नागपुर के एक अच्छे खासे घर में रहकर अपने परिवार वालों के साथ बढ़िया से अपनी लाइफ काट रही थी रिच फैमिली के लोग थे वह रिच अपर मिडिल क्लास भी नहीं अमीर लोग थे एक दिन की बात है 2005 की गर्मियां चल रही थी ऋषिता की मम्मी बोलती है कि बहुत टाइम हो गया है मैं अपने भैया के घर नहीं गई हूं ऋषिता के पापा बोलते हैं कि ठीक है चलते हैं ऋषिता भी एक्साइटेड हो गई कि मामा के घर जाने को मिलेगा ऋषिता के मामा नागपुर से थोड़ी ही दूरी पर एक गांव में रहते थे इन लोगों ने अपनी गाड़ी में बैठ कर मामा के घर पहुंच गए जब वो घर पहुंचे तो दोपहर का वक्त था तो सभी ने खाना पीना खाया और आराम करने लगे आराम करते करते उन्हे शाम हो गया आप तो जानते होंगे की गांव में शाम को कैसे सब लोग आंगन में या घर के बाहर बैठ के बातचीत करते हैं | तो इनके आंगन में एक सोफा लगा हुआ था शाम के समय ऋषिता सोफे पर लेटी हुई थी और एक पंखा चल रहा था अचानक से लाइट चली गई तो जो सारे लोग बैठ के आँगन में अब तक बात कर रहे थे यानी कि ऋषिता के मम्मी-पापा, नाना, मामा-मामी तो जितने भी जेंट्स लोग थे वो सब उठ के टहलने के लिए बाहर निकल गए |
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मामी ने खोला किताब का राज
यानी कि पापा मामा और नाना लेकिन अभी भी मम्मी और मामी यहीं पर बैठी हुई थी क्योंकि ऋषिता सोफे पर सो रही थी दोनों बात कर रही थी की तभी गर्मी की वजह से ऋषिता की भी हल्की नींद खुली और वह मम्मी और मामी की बात सुनने लगी मम्मी और मामी कुछ अजीबो गरीब बात कर रही थी मामी बता रही थी ऋषिता की मम्मी से कि अभी कुछ दिन पहले की बात है इसके मामा अपने एक दोस्त की बारात में गए हुए थे और वहां से लौट रहे थे अपनी बाइक से की बीच रास्ते में रात के 1 बजे के आसपास उनकी बाइक खराब हो गई उस बाइक को थोड़ा उनको बनाना आता था और पाना माना उनके पास रखा हुआ था तो वो बाइक बना रहे थे कि चालू हो जाएगी तो घर निकलूंगा कि उसी समय उनको एक आदमी रोड क्रॉस करके जाता हुआ दिखाई दिया जो कि बहुत परेशान सा लग रहा था जो कि जंगल के एक साइड से दूसरे साइड की तरफ जा रहा था तो उन्होंने उसकी परेशानी को देखकर उससे कारण पूछे कि क्या हो गया आप बड़े परेशान दिख रहे हैं फिर उस आदमी ने बोला कि मुझे बहुत भूख लगी है ये बोले अरे फिक्र क्यों करते हैं मेरे पास थोड़ी मिठाइयां रखी हुई है वे अपने पास गुलाब जामुन से भरे डब्बे रखे हुए थे जो बारात से घर लेकर आ रहे थे |
आप यह खा लो थोड़ा आपको भूख से आराम मिलेगा यह बोलकर वे अपने बैग में रक्खे डब्बे में से पूरा गुलाब जामुन निकाल कर उस आदमी को दे दिया वो आदमी खाकर बड़ा खुश हुआ और इनको खुशी-खुशी में बोलता है कि मैं एक बहुत बड़ा तांत्रिक हूं और मैंने एक ऐसी किताब का निर्माण किया है जिससे इस किताब में लिखे हुए मंत्रों की वजह से तुम तरह-तरह की आत्माओं को अपने पास बुला सकते हो और अपनी ख्वाहिशें पूरी करा सकते हो अपने सवालों के जवाब उनसे पा सकते हो बहुत कुछ तुमको मिलेगा जैसे आज तुमने मुझे खुश किया है उसी के बदले यह किताब मैं तुम्हें सौंप रहा हूं और उन्होंने वह किताब इसके मामा को दे दिए वो घर ले कर आए हैं और मैं खुद देखि हूं उन्होंने एक दो बार आत्माओं को बुलाए भी हैं ऋषिता यह सारी चीजें सुन रही थी तो वह बहुत ज्यादा एक्साइटेड हो गई उनकी बात सुनने में कि मम्मी और मामी बात तो करे और समझू कि उन्होंने वो किताब कहां रखे हुए हैं तो मामी बताती है कि उन्होंने वह किताब छुपा के आलमारी में रखे हुए हैं उसी समय ऋषिता ने प्लान बना ली कि बेस्ट है दो दिन बाद हम लोग अपने घर नागपुर वापस जाने वाले हैं मैं उठा लूंगी वह किताब वहां से और चोरी करके अपने साथ लेकर अपने घर जाऊंगी और वहां पर मैं अपने दोस्तो और कजिंस के साथ भूत बुलाऊंगी |

ऋषिता ने चुराई किताब
ये सब का प्लान करने के बाद उसने चोरी से वो किताब अपने बैग में डाल ली जी हां उसको किताब मिल भी गई थी क्योकि वो अलमारी की पहले चाभी चुराई थी चाभी से उसने अलमारी खोल के अपने बैग में वो किताब डाल ली और पहुंच गई अपने घर नागपुर अब ये लोग नागपुर पहुंचे ही थे की उसके ठीक अगले हफ्ते इनके कुछ रिलेटिव्स आए ये पापा के साइड के रिलेटिव आए थे और इसके तीन चार हम उम्र कजिन बच्चे थे दो बहनें थी और एक भाई था अब जब सब लोग इकट्ठे हुए रात में तो ये बच्चे ऋषिता के कमरे में बैठ के बात कर रहे थे तो बात-बात में ऋषिता बताती है की मैं तुम लोगों को बताना भूल गई कि मेरे पास मामा के घर से लाई हुई एक ऐसी किताब है जिससे हम भूतों को आत्माओं को अपने पास बुला सकते हैं उसमें लिखे हुए मंत्र पढ़ना है बस उनसे बातचीत कर सकते हैं यह बात सुनके सारे बच्चे एक्साइटेड हो जाते हैं वो खुश होकर बोले हां हां हां बुलाते हैं रात में जब सब लोग सो जाएंगे तब हम लोग बुलाएंगे ऋषिता ने बोली सबसे बढ़िया बात यह रहेगी कि हम लोग पीछे वाले आंगन के आसपास की तरफ चलेगे गलती से मम्मी उठ गई और कमरे में आकर देख ली तो बहुत डाट पड़ेगी हम लोग पीछे की तरफ बैठ के बुलाएंगे मजा आएगा सभी ने बोले ठीक है |
रात हुई रात के 1:00 बजने का सब बच्चे इंतजार कर रहे थे घर के सारे बड़े लोग सो गए ऋषिता का कमरा सबसे आखिरी वाला कमरा था तो फिर ये लोग घर के पीछे का दरवाजा खोल के बैठ गए ऋषिता का जो घर था हल्का सा आउटर पर था नागपुर सिटी एरिया से, तो घर के जस्ट पीछे, मतलब घर के पीछे वाले आंगन से एक क्रिश्चन कब्रिस्तान दिख रहा था| नजारा और भी ज्यादा डरा देने वाला तब था जब कुछ कुत्ते आ करके रो रहे थे यह चीज तो और भी ज्यादा डरा दे रही थी थोड़ी आगे शायद उल्लू पेड़ की डाल के ऊपर बैठ कर चिल्ला रहे थे और यह सारे बच्चे यहां पर बैठकर अपने सामने एक मोमबत्ती जला लिए थे और यह मंत्र पढ़ने की कोशिश कर रहे थे मंत्र पढ़ते पढ़ते एक पन्ना हुआ दो पन्ने हो गए तीन पन्ने हो गए तभी अचानक से जो इसका एक कजन ब्रदर आया हुआ था वह घबरा जाता है और वह डर के रोते हुए भाग जाता है घर के अंदर जाने से इन लड़कियों ने उसको रोकने की कोशिश भी की कि इसको क्या हो गया लेकिन वह रोते हुए चला जाता है और ऋषिता की मम्मी को रोते-रोते पूरी बात बता देता है कि ऋषिता ने भूत बुलाने वाला मंत्र पढ़ी और मेरे सामने भूत आ गया मुझे बहुत डर लग रहा है चाची बहुत डर लग रहा है उसने ऐसा क्यों करी है यह बात जब ऋषिता की मम्मी को पता चली तो वह समझ गई कि ऋषिता ने उस दिन भैया के घर पर भाभी के मुंह से वह सारी बातें सुन ली है और किताब चोरी करके लेकर आई है ऋषिता की मम्मी गुस्से में आई और वह ऋषिता के पास जाकर देखी तो ऋषिता के पास वो किताब थी जो ऋषिता छुपाने की कोशिश कर रही थी लेकिन छिपा नहीं पाई थी |
ऋषिता ने बुलाई भूत
ऋषिता की मम्मी ने उसको बहुत डाट लगाई और भाभी को फ़ोन लगाकर सारी बात बताई की ऋषिता वो किताब अपने साथ लेकर आ गई है एक तो ये गलत किताब (horror book) आपने अपने घर में रखे हुए है ऐसी चीजें घर पर नहीं रखते है फिलहाल बच्चे के हाथ लग गई है आप आइए और इसको लेकर जाइए,वरना मैं इसको फेंक फाक दूंगी भैया ने बोले नहीं फेंकना मत नही तो कुछ गलत हो जाएगा मैं आ रहा हूं सुबह होते ही आ रहा हूं वो सुबह आए और किताब लेकर चले गए जैसे ही वो किताब लेकर गए ऋषिता के घर में सबको लगा कि चीजें अब नॉर्मल है किताब यहां से जा चुकी है और कोई भूत भात आया नहीं है कुछ गड़बड़ नहीं है लेकिन सारे रिश्तेदार गए ही थे कि ऋषिता का उस दिन से व्यवहार बहुत ज्यादा बदला बदला सा रहने लगा बहुत ज्यादा चिड़चिड़ी सी रहने लगी थी शुरू के एक दो दिन तो ऐसा लगा ऋषिता की मम्मी को कि उसकी उम्र के कजींस आए हुए थे सब खेलते थे उसके साथ वो चले गए हैं तो शायद चिड़चिड़ी हो रही है लेकिन यह चीज जब ज्यादा बढ़ गई उसने खाना पीना भी छोड़ दीया और हर समय गुस्सा करती हर चीज में चिल्लाने लगती बाल वाल खींचने लगती तो एक दिन उसकी मम्मी ने उसे शांत करा के उसकी फेवरेट आइसक्रीम खिलाते हुए उससे पूछी बेटा तू इतनी चिड़चिड़ी क्यों हो गयी हो और क्यों इतना गुस्सा आता है तो बोलती है मम्मी मेरी कान के पास आके एक आंटी कुछ बोलती रहती है पता नहीं क्या बोलती है लेकिन वो हर टाइम मेरे साथ खड़ी रहती है मैं आईने में कंगी करने भी जाती हूं तो अचानक से मेरे पीछे आ जाती है तो ऐसे में मुझे गुस्सा नहीं आएगा क्या |

ऋषिता को दिखा भूत
उससे मुझे कई बार डर भी लगता है मम्मी ने अपनी छोटी सी बच्ची की मुंह से ऐसी ऐसी बातें सुनी तो बड़ी सहम गई कि मेरी बेटी को ऐसी कौन सी आंटी दिखाई दे रही है जो हम लोगों को दिखाई नहीं दे रही है मम्मी ने यह सारी बातें ऋषिता के पापा को बताई पापा ने सारी बात सुने और बोले कि यार अगर ऐसी बात है तो इसको तो हमको बहुत सीरियसली लेना चाहिए लेकिन क्या ही सीरियसली ले लेते क्या कर सकते थे ज्यादा से ज्यादा ऋषिता को उसके कमरे से छुड़वा कर अपने साथ सुलाने लगे और इससे ज्यादा क्या उसके साथ ज्यादा टाइम स्पेंड करने लगे इससे कुछ नहीं होना था इन सारी चीजों के ठीक पाच दिन बाद ऋषिता अपने मम्मी पापा के बीच में सो रही थी कि अचानक से उसको सपने में भी वैसे ही खुशफुसाने की आवाज सुनाई दी जैसे कि वो चुड़ैल कई बार उसके कान के आसपास आके खुसफुसा देती थी वैसे ही खुसफसाने की आवाज उसको आज सपने में आई वो डर कर अपना आंख खोली जैसे ही उसने अपनी आंख खोली तो क्या पाई कि ठीक उसके बेड के पास उसको कोई दिखाई दिया एगजैक्टली उन लोग के बेड के पास एक औरत खड़ी हुई है जिसके बहुत लंबे और सीधे बालो से उसकी एक आंख पूरी ढकी हुई है और एक बड़ी बड़ी आंख करके ऋषिता को घूर रही है और बड़ी अजीब तरीके से स्माइल कर रही है ऋषिता बहुत जोर से चिल्लाई और वहीं पर बेहोश हो गई उसके मम्मी पापा जागकर तुरंत लाइट ऑन किए और उसे देखा उन लोगों को ऋषिता को देखकर कुछ समझ में नहीं आ रहा था की ऋषिता के साथ क्या हो गया |
Nagpur Honted House
इन लोगों को कुछ सूझ नहीं रहा था तो वो ऋषिता को रातो रात हॉस्पिटल लेकर गए उसका इलाज करवाने लेकिन इधर डॉक्टर को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था इतने में ऋषिता के पापा को उनके पड़ोसी का फोन आता है कि अरे भाई साहब कहां है आप लोग जल्दी आए आपके घर पर आग लग गई है इनकी वहीं पर सांसे रुक गई क्या हो गया हमारे घर आग कैसे लग गई हम लोग तो अभी – अभी अपनी बच्ची को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे फिर ये सब कैसे हॉस्पिटल में ऋषिता की मम्मी रुकी रही और उसके पापा भागते हुए घर पहुंचे तो क्या पाए की घर का पूरा एक-एक चीज सब कुछ जल गया है जब तक फायर ब्रिगेड आई तब तक बहुत कुछ बर्बाद हो चुका था और वह शुरुआत थी इनकी बर्बादी की समय के साथ इन लोगो की सारी चीजें खराब होती चली गई इनकी एक फैक्ट्री थी मेडिकल कंपनी से रिलेटेड उसमें भी आग लग गई और उस आग की चपेट में आकर लगभग आठ से नौ वर्कर भी मारे गए समय के साथ इनके जितने भी बिजनेस थे वो सब ठप होते चले गए सन 2015 के आते- आते तक इन लोगों की आर्थिक स्थिति इतनी बुरी तरह से बिगड़ गई कि इसका एक्सप्लेनेशन मेरे पास नही है पूरी काया पलट हो गयी अब जब बहुत चीजें हाथ से निकल गई तो इन लोगों ने सोचा क्या करें किसी से कुछ बात करें क्या? नहीं तो हमारी लड़की की शादी भी हम नहीं कर पाएंगे सिचुएशन ऐसी हो चुकी है |
ऋषिता की शादी
क्योंकि अब 2015 के टाइम पर ऋषिता थोड़ी बड़ी हो चुकी थी उस समय ही 13 साल की थी तो 2015 तक 23 साल की हो चुकी थी और कुछ ही सालों में उसकी शादी की भी बात करनी थी तो उन्होंने एक पंडित जी से बात की पंडित जी ने बोले कि सब कुछ ठीक है हमें कोई परेशानी नहीं लग रही है आप लोग बस धैर्य बनाकर रखिए जीवन में उतार चढ़ाव तो आते रहते हैं कुछ ही दिनों बाद 2018 के टाइम पर ऋषिता के लिए रिश्ते आने लगे लेकिन जो भी रिश्ते आते उनके साथ कोई ना कोई दुर्घटना हो जाती एक लड़का रिश्ता पक्का करके अपने घर जा रहा था उसका एक्सीडेंट हो गया और वह ऑन द स्पॉट खत्म हो गया एक लड़के के मां-बाप ने रिश्ते की बातचीत करके घर पहुंचे तो पिता को पैरालिसिस का अटैक आ गया एक रिश्ता पक्का हुआ लेकिन लड़के का गाड़ी से दुर्घटना हो जाता है जिसमे उसके दोनों पैर फैक्चर हो गए ऐसी-ऐसी चीजें हो रही थी 9 से 10 ऐसे कांड हुए 2018 से लेकर 2020 के बीच में लॉकडाउन से पहले तक कि इन लोग को समझ में आना बंद हो गया, फिर ये लोग कहीं बाहर गए एक छोटी जगह पर एक तांत्रिक बाबा से बात किए और वो तांत्रिक बाबा का कांटेक्ट ऋषिता के मामा के थ्रू ही मिला क्योंकि वह किताब को मेंटेन कर रहे थे पढ़ लिख रहे थे तो ऐसी चीजों में उनकी पकड़ और समझ थोड़ी ज्यादा थी |

तांत्रिक ने दिया उपाय
तांत्रिक बाबा के घर गए उनको सारी बात बताए स्टार्टिंग से क्योंकि कहीं ना कहीं ऋषिता के मम्मी पापा भी उस तह को समझ गए थे कि घर पर वह किताब (horror book) लेकर आ गई थी और ऐसी चीजें करी थी तांत्रिक बाबा भी घर पर आए इनके नागपुर में और बोले कि यहां पर आत्माओं का डेरा लग गया है एक दो नहीं बल्कि कईयों आत्माएं यहां पर है तुम्हारी बच्ची घर के पीछे बैठकर जहां से कब्रिस्तान साफ-साफ दिखाई देता है भूतों को आमंत्रित करी है और दरवाजा खुला हुआ था वहीं से भूत प्रेत प्रवेश कर गए उस बच्चे ने बोला था ना तुम्हारे भतीजे ने बोला था ना कि उसने भूतों को देखा है वह ऐसे डर के नहीं बोला था उसने सचमुच में किसी को देखा था तुम्हारे घर में बहुत सारी बुरी आत्माएं हैं इनसे बचना है तो बेहतर यही होगा की इस घर को छोड़ दो इन लोगों ने अपना घर 2020 के टाइम पर लॉकडाउन से पहले – पहले छोड़ दिए फिर लॉकडाउन लगा था 2020 से 2021 के टाइम पर जो लॉकडाउन खुला था उस समय फटाफट रिश्ता आया और उसकी शादी हो गई ऋषिता का एक छोटा सा बेबी भी है और वह अब अपनी जिंदगी में खुश है इधर उसके पिताजी जब से घर छोड़े हैं अपना बिजनेस एक और खड़ा कर लिए और लाइफ में वापस से सेटल्ड होने की पूरी करार पर है |
मुझे यह कहानी बहुत अच्छी लगी तो सोचा आप लोगो के साथ भी शेयर करू आशा करता हु की आपको भी यह कहानी पढ़कर बहुत अच्छा लगा होगा मुझे अपने राय कमेंट में जरुर बताये और इसी तरह के हैरान कर देने वाले खौफनाक हॉरर कहानिया पढने के लिए हमारे पेज को फॉलो जरुर करे क्योकी आप लोग के लिए हम हमेशा ही ऐसी ही स्टोरी लाते रहेंगे |