Mysterious Books यह कहानी एक परिवार का है जिसने भूतो को आमंत्रित किया और फिर शुरू हुवा भूतो का तांडव | ऋषिता नागपुर के एक अच्छे खासे घर में रहकर अपने परिवार वालों के साथ बढ़िया से अपनी लाइफ काट रही थी रिच फैमिली के लोग थे वह रिच अपर मिडिल क्लास भी नहीं अमीर लोग थे एक दिन की बात है 2005 की गर्मियां चल रही थी ऋषिता की मम्मी बोलती है कि बहुत टाइम हो गया है मैं अपने भैया के घर नहीं गई हूं ऋषिता के पापा बोलते हैं कि ठीक है चलते हैं ऋषिता भी एक्साइटेड हो गई कि मामा के घर जाने को मिलेगा ऋषिता के मामा नागपुर से थोड़ी ही दूरी पर एक गांव में रहते थे इन लोगों ने अपनी गाड़ी में बैठ कर मामा के घर पहुंच गए जब वो घर पहुंचे तो दोपहर का वक्त था तो सभी ने खाना पीना खाया और आराम करने लगे आराम करते करते उन्हे शाम हो गया आप तो जानते होंगे की गांव में शाम को कैसे सब लोग आंगन में या घर के बाहर बैठ के बातचीत करते हैं | तो इनके आंगन में एक सोफा लगा हुआ था शाम के समय ऋषिता सोफे पर लेटी हुई थी और एक पंखा चल रहा था अचानक से लाइट चली गई तो जो सारे लोग बैठ के आँगन में अब तक बात कर रहे थे यानी कि ऋषिता के मम्मी-पापा, नाना, मामा-मामी तो जितने भी जेंट्स लोग थे वो सब उठ के टहलने के लिए बाहर निकल गए |
यह Horror कहानी आप scaryhifear.com पर पढ़ रहे है
Mysterious books एक जादुई किताब
यानी कि पापा मामा और नाना लेकिन अभी भी मम्मी और मामी यहीं पर बैठी हुई थी क्योंकि ऋषिता सोफे पर सो रही थी दोनों बात कर रही थी की तभी गर्मी की वजह से ऋषिता की भी हल्की नींद खुली और वह मम्मी और मामी की बात सुनने लगी मम्मी और मामी कुछ अजीबो गरीब बात कर रही थी मामी बता रही थी ऋषिता की मम्मी से कि अभी कुछ दिन पहले की बात है इसके मामा अपने एक दोस्त की बारात में गए हुए थे और वहां से लौट रहे थे अपनी बाइक से की बीच रास्ते में रात के 1 बजे के आसपास उनकी बाइक खराब हो गई उस बाइक को थोड़ा उनको बनाना आता था और पाना माना उनके पास रखा हुआ था तो वो बाइक बना रहे थे कि चालू हो जाएगी तो घर निकलूंगा कि उसी समय उनको एक आदमी रोड क्रॉस करके जाता हुआ दिखाई दिया जो कि बहुत परेशान सा लग रहा था जो कि जंगल के एक साइड से दूसरे साइड की तरफ जा रहा था तो उन्होंने उसकी परेशानी को देखकर उससे कारण पूछे कि क्या हो गया आप बड़े परेशान दिख रहे हैं फिर उस आदमी ने बोला कि मुझे बहुत भूख लगी है ये बोले अरे फिक्र क्यों करते हैं मेरे पास थोड़ी मिठाइयां रखी हुई है वे अपने पास गुलाब जामुन से भरे डब्बे रखे हुए थे जो बारात से घर लेकर आ रहे थे |

Mysterious Books वाला तांत्रिक
आप यह खा लो थोड़ा आपको भूख से आराम मिलेगा यह बोलकर वे अपने बैग में रक्खे डब्बे में से पूरा गुलाब जामुन निकाल कर उस आदमी को दे दिया वो आदमी खाकर बड़ा खुश हुआ और इनको खुशी-खुशी में बोलता है कि मैं एक बहुत बड़ा तांत्रिक हूं और मैंने एक ऐसी किताब का निर्माण किया है जिससे इस किताब में लिखे हुए मंत्रों की वजह से तुम तरह-तरह की आत्माओं को अपने पास बुला सकते हो और अपनी ख्वाहिशें पूरी करा सकते हो अपने सवालों के जवाब उनसे पा सकते हो बहुत कुछ तुमको मिलेगा जैसे आज तुमने मुझे खुश किया है उसी के बदले यह किताब मैं तुम्हें सौंप रहा हूं और उन्होंने वह किताब इसके मामा को दे दिए वो घर ले कर आए हैं और मैं खुद देखि हूं उन्होंने एक दो बार आत्माओं को बुलाए भी हैं ऋषिता यह सारी चीजें सुन रही थी तो वह बहुत ज्यादा एक्साइटेड हो गई उनकी बात सुनने में कि मम्मी और मामी बात तो करे और समझू कि उन्होंने वो किताब कहां रखे हुए हैं तो मामी बताती है कि उन्होंने वह किताब छुपा के आलमारी में रखे हुए हैं उसी समय ऋषिता ने प्लान बना ली कि बेस्ट है दो दिन बाद हम लोग अपने घर नागपुर वापस जाने वाले हैं मैं उठा लूंगी वह किताब वहां से और चोरी करके अपने साथ लेकर अपने घर जाऊंगी और वहां पर मैं अपने दोस्तो और कजिंस के साथ भूत बुलाऊंगी |
इस कहानी को पूरा पढने के लिए दिये नीचे दिये गये text link पर क्लिक करे :-
Nagpur Honted House | सच्ची भूतिया कहानी
इसे भी सुने :-
- डायन का बदला | Maharasta Real Horror Story in hindi Audio
- बरगद वाली चुड़ैल |Gujrat Real Horror story |Hindi Audio
- श्रापित होटल | Haunted Hotel | Hindi Audio
- श्रापित घर | Real Horror Story in Hindi Audio
- हॉस्पिटल का भूत | India most Honted Story | Hindi Audio
Facebook :-
भूत बंगला | A Hounted House | Real Horror Story
सहारनपुर का भूतिया होटल | Horror Story | Honted Hotel